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03 Jul 2020
स्वामी विवेकानंद जी को देश के युवाओं की क्षमता और परिवर्तनकारी शक्ति पर बहुत विश्वास था। उनका मानना था कि यह देश का युवा वर्ग ही है जो आने वाले समय में राष्ट्र के विकास को सही दिशा और शक्ति देगा। उनकी शिक्षा, सार्वभौमिक भाईचारे और आत्म-जागृति के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक है। उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक कि मंजिल प्राप्त न हो जाए' उनका यह आह्वान आज भी प्रासंगिक है और सदैव रहेगा। हम सभी उनके व्यक्तित्व, कृतित्व एवं आदर्शों को आत्मसात करने का संकल्प लें और सामजिक कुरीतियों को दूर करने में आगे आकर अपनी शक्ति लगाएं। उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें कोटि-कोटि नमन।