17 Mar 2022
तेरापन्थ धर्म संघ की शासन माता, साध्वीप्रमुखाश्री कनक प्रभा जी का, चौविहार संथारे पश्चात आज सुबह महाप्रयाण हो गया। एक साध्वी के रूप में उनकी छ: दशकों की जीवन यात्रा - तीन आचार्यों के सान्निध्य में पूर्ण समर्पण और त्याग से गुजरी, जिसकी दिव्यता उनके अंतिम सांस तक परिलक्षित रही। उनके प्रगतिशील विचारों से जैन समाज ही नही, समूचा मानव समाज पोषित हुआ है। मेरा मानना है कि उनके प्रवचन, उनका साहित्य, उनका आशीर्वाद एवम उनका त्याग - भावी पीढ़ियों को पथ प्रदर्शन करता रहेगा। मेरे सौभाग्य रहे कि मुझे अनेक बार उनके दर्शन और सेवा करने का अवसर मिला। जब वे जयपुर अपने उपचार हेतु पधारी थी, तो 27 नवम्बर 2021 को मैंने उनके हॉस्पिटल में दर्शन किए और उनका भरपूर आशीर्वाद मिला। एक असाधारण साध्वीप्रमुखा को मैं अपने अंतर्मन से वंदना करता हूं और प्रार्थना कि उनकी आत्मा को शान्ति और सर्वोच्च स्थान मिले।