15 Mar 2022
मुख्यमंत्री निवास पर विभिन्न सहित्यकारों ने मुलाकात की और अपनी पुस्तकें भेंट की। जाने-माने साहित्यकार डॉ. सी.पी. देवल ने रजा फाउंडेशन फैलोशिप के तहत ‘‘द गीता‘‘-मिनएचर पेंटिंग्स (1680-1698 ई.) और श्लोकों के अनुवाद की प्रति भेंट की। इसमें सुप्रसिद्ध चित्रकार अल्लाहबख्श द्वारा गीता के श्लोकों के आधार पर चित्रांकन किया गया है। इन श्लोकों का राजस्थानी भाषा में भी डॉ. देवल ने अनुवाद किया है। काव्या फाउण्डेशन के संस्थापक और कवि-विचारक डॉ. परीक्षितसिंह द्वारा कविता संग्रह ‘‘स्वयं से परिचय‘‘ एवं श्री इकराम राजस्थानी द्वारा रवीन्द्रनाथ टैगोर की काव्यकृति ‘‘गीतांजलि‘‘ के राजस्थानी अनुवाद ‘‘अंजली गीतां री‘‘ का द्वितीय संस्करण भेंट किया गया। इसके साथ ही स्वच्छ नगर संस्था के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. सत्यनारायण सिंह ने संस्था द्वारा प्रकाशित ‘‘शहरी और ग्रामीण विकास के लिए संकल्पबद्ध‘‘ स्मारिका और साहित्यकार श्री नन्द भारद्वाज ने ‘‘आलोचना रौ आधार भौम और नन्दजी से हथाई तथा वरिष्ठ पत्रकार-चित्रकार श्री विनोद भारद्वाज ने ‘‘जिन्दगीनामा मिर्जा गालिब‘‘ पुस्तक भेंट की। इस अवसर पर राजस्थान लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. बी.एल. शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार श्री सन्नी सेबेस्टियन, डॉ. रिपुंजयसिंह, पर्यटन विभाग की संयुक्त निदेशक डॉ. पुनीता सिंह, राजस्थानी कवि श्री कल्याणसिंह शेखावत, सेवानिवृत्त आईएएस श्री आर.एस. जाखड़, काव्या संस्था के कार्यकारी निदेशक श्री लोकेश कुमार सिंह साहिल, श्री ज्ञानचन्द बागड़ी, श्री प्रेमकुमार शर्मा, शोभा चन्दर और स्वच्छ नगर संस्था के सचिव श्री भरत कुदाल आदि मौजूद थे।