05 May 2020
भारत सरकार के गृह मन्त्रालय ने अपनी गाइडलाइन में सिर्फ उन्हीं श्रमिकों एवं अन्य लोगों को अन्तरराज्यीय आवागमन के लिए अनुमत किया है जो लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंस गए हैं। राजस्थान आने वाले ऐसे लोगों को 14 दिन के लिए आवश्यक रूप से क्वारेंटाइन में रहना होगा। इसकी पालना आने वाले श्रमिकों, उनके परिजनों और स्थानीय निवासियों के हित में है। निर्देश दिए कि दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को उनके गृह जिले में क्वारेंटाइन में रहने की सख्त निगरानी की जाए। निवास पर कोरोना संक्रमण रोकने के उपायों पर नियमित समीक्षा बैठक को संबोधित किया। अब तक करीब 17 लाख लोगों ने आवागमन के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है। इन फंसे हुए श्रमिकों के अतिरिक्त दूसरे राज्य में रह रहे अन्य लोग राजस्थान आने के लिए धैर्य रखें और फिलहाल वर्तमान स्थान पर ही रहें। विदेशों से आने वाले राजस्थान के प्रवासियों के यहां पहुंचने पर उनके लिए आवश्यकतानुसार व्यवस्था की जाएं। ऐसे लोगों को चिकित्सा एवं संस्थागत क्वारेंटाइन में रखने के लिए अभी से तैयारी रखें। इसके लिए विदेश मंत्रालय से प्रदेश में आने वाले लोगों की जिलावार सूची पहले ही प्राप्त कर लेने के निर्देश दिए। यह बेहतर होगा कि भारत सरकार विदेश से केवल उन्हीं लोगों को हवाई यात्रा की अनुमति दे जिनका कोविड टेस्ट नेगेटिव हो क्योंकि हमारे देश में यह संक्रमण विदेश से आए संक्रमित लोगों के कारण ही फैला। प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की वृद्धि दर 21 अप्रैल से 5 मई के बीच के दो सप्ताह के दौरान स्थिर रही है। यह अच्छा संकेत है। राजस्थान में संक्रमण की डबलिंग रेट भी 16 दिन है, जो राष्ट्रीय औसत 12 दिन से कम है। लेकिन हमें लगातार सतर्क रहने और सामूहिक प्रयासों से संक्रमण रोकने की जरूरत है।