20 Aug 2019
मुझे खुशी है कि राजीव गांधी जी के बारे में अभी पूर्व वक्ताओं से आपने उनका क्या व्यक्तित्व था, सोच थी उसके बारे में कई बातें सुनी, आप में से अधिकांश लोग जो उस जमाने के दरमियान में अपने आप को समर्पित किए हुए थे कांग्रेस के लिए उनको मालूम है कि एक ऐसा व्यक्ति, नौजवान, 42 साल की उम्र में जो देश का प्रधानमंत्री बन गया हो और वह भी एक हादसे के बाद में। इंदिरा गांधी जी ने देश को एक और अखंड रखने के लिए आतंकवादियों का मुकाबला किया खालिस्तान नहीं बनने दिया और जो एक्शन किया मिलिट्री का उसके बाद में उनको एहसास था कि मेरी जान जा सकती है, मैं उनका डिप्टी मिनिस्टर था मेरी चर्चा भी हुई थी उनसे और उन्होंने कहा था कि हो सकता है उनकी जान चली जाए और उन्होंने कहा था मेरी जान जाए तो मैं विश्वास के साथ कह सकती हूं मेरे खून का एक-एक कतरा देश को मजबूती प्रदान करेगा। और वास्तव में जान चली गई और अचानक ही राजीव गांधी, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महामंत्री थे, सांसद थे उनको प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलाई गई। पूरा देश देख रहा था किस प्रकार यह शासन संभालेंगे, चुनाव हुए आप सब के आशीर्वाद से 542 में से 404 सीटें जीती कांग्रेस ने और बीजेपी उस वक्त में सिर्फ दो पर आ गई। उन्होंने जिस प्रकार से शासन किया देश और दुनिया में दौरे किए, अमेरिका गए पूरे देश को गर्व हुआ जिस प्रकार से उन्होंने इस देश की भावनाओं को प्रजेंट किया राष्ट्रपति रीगन के सामने वह चकित रह गए, उस समय जब प्रेस कांफ्रेंस हुई राष्ट्रपति रीगन के साथ में तो देश का मान सम्मान बढ़ा दुनिया के मुल्कों के सामने एक नौजवान प्रधानमंत्री जिनका सपना है इस देश के लिए, उन्होंने खुद ने कहा था मैं युवा हूं मेरा एक सपना है देश के लिए 21 वी शताब्दी में हम जाएंगे, देश को ले जाना चाहते हैं।