20 Dec 2019
देश में बैंकिंग सेवाओं को आमजन तक पहुंचाने में पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी का बड़ा योगदान था। उन्होंने बैंकों का राष्ट्रीयकरण कर वित्तीय समावेशन की दिशा में ऎसा क्रांतिकारी कदम उठाया, जिससे गांव-गांंव तक बैंकिंग सेवाओं का विस्तार हो सका। एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक के राजस्थान रीजनल कार्यालय एवं ब्रांच के उद्घाटन समारोह को संबोधित किया। एक समय था, जब बैंकिंग सेवाएं केवल पूंजीपतियों की पहुंच में ही थी। आमजन के लिए बैंक में खाता खुलवाना और ऋण लेना एक सपने जैसा था। उस दौर में श्रीमती इंदिरा गांधी ने एक साथ 14 बैंकों का राष्ट्रीयकरण कर यह धारणा बदली। बैंकों में सात दिनों में होने वाला काम अब कुछ मिनटों में हो जाता है। हर हाथ में मोबाइल और इंटरनेट है, जिसके माध्यम से बैंकिंग सेवाएं घर-घर तक पहुंच गई हैं। यह पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी की देन है। उन्होंने देश को 21वीं सदी में ले जाने का जो सपना देखा था, सूचना क्रांति के माध्यम से आज वो सपना साकार हुआ है। देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति चिंतनीय हैं, लोगों की क्रय शक्ति कम हो रही है, रोजगार के अवसर घट रहे हैं और कई क्षेत्रों में उत्पादन पर असर पड़ा है। ऐसे कदम उठाने की जरूरत है, जिससे अर्थव्यवस्था पुनः पटरी पर लौटे। राज्य सरकार जनहित में एक ऎसा कानून लाने पर विचार कर रही है, जिससे आम जनता की गाढ़ी कमाई को हड़पने वाली चिटफण्ड कंपनियों एवं क्रेडिट कोपरेटिव सोसाइटियों पर लगाम लगाई जा सके और जनता का पैसा सुरक्षित हो सके। बैंक की ओर से ग्राहकों को स्वरोजगार के लिए लोन के चैक वितरित किए। साथ ही कौशल विकास का प्रशिक्षण लेने वाले युवाओं को सर्टिफिकेट प्रदान किए।