13 Sep 2019
प्रदेश की जनता को जल्द सूरतगढ़ सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट की सौगात मिलेगी। मौजूदा सरकार ने आते ही प्रदेश में विद्युत उत्पादन की थम सी गई रफ्तार को फिर से गति प्रदान की है। हमने छबड़ा सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट को शुरू किया और अब सूरतगढ़ प्रोजेक्ट को पूर्ण कर इसे आरम्भ करने की दिशा में तेजी से कार्य हो रहा है। आज जयपुर जिले के दूदू उपखण्ड में उरसेवा और सावरदा में 33 केवी के ग्रिड सब स्टेशंस का उद्घाटन करने के बाद आयोजित कार्यक्रमों में ग्रामीणों से संवाद करते हुए कहा कि प्रदेश के किसानों और ग्रामीणों को अच्छी गुणवत्ता की बिजली मिले, इसके लिए चरणबद्ध रूप से नेटवर्क का विस्तार किया जा रहा है। प्रदेश सरकार गांव, गरीब और किसानों की हितैषी है। हम गांव के लोगों और नौजवानों के उत्थान और उन्हें आगे बढ़ाने की सोच के साथ कार्य कर रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने 5 साल तक किसानों के लिए विद्युत दरे नहीं बढ़ाने और एक लाख कुओं को बिजली कनैक्शन देने की घोषणा की है। उत्पादन पर लागत के मुकाबले कम दरों में किसानों को बिजली उपलब्ध कराने के लिए सरकार द्वारा करोड़ों रुपये का अनुदान दिया जा रहा है। प्रदेश सरकार इस साल सोलर एनर्जी के माध्यम से 6 हजार मेगावाट विद्युत उत्पादन करने के लक्ष्य के साथ कार्य कर रही है। वर्तमान में विद्युत उत्पादन एवं अंतरराज्यीय समझौतों से प्रदेश को 21 हजार मेगावाट बिजली मिल रही है, हम इसे 28 हजार मेगावाट तक ले जाने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहे है। सांवरदा में 33 केवी ग्रिड सब स्टेशन के निर्माण पर 300.8 लाख रूपये की लागत आयी है। इस जीएसएस के निर्माण से सांवरदा, बड़वाली ढाणी, मालेड़ा, पीथावास व झांगर की ढाणी आदि के 2 हजार 348 घरेलू और कृषि उपभोक्ताओं को फायदा होगा। साथ ही सांवरदा क्षेत्र के आस-पास स्थित करीब 50 औद्योगिक उपभोक्ताओं को बिना ट्रिपिंग एवं उचित वोल्टेज की विद्युत आपूर्ति का लाभ मिलेगा। इसी प्रकार उरसेवा में 33 केवी ग्रिड सब स्टेशन की स्थापना पर 322.5 लाख रूपयें खर्च हुए है। इससे 11-11 केवी के पाँच फीडर निकाले गये है। इनसे उरसेवा, लापोड़िया, सिनोदिया, केरिया खुर्द, कचनारिया,नगरी, इटाखोई, धान्धोली, सुनाड़िया, छापरवाड़ा, बांसड़ा व खातीनाड़ा के 3 हजार 800 से अधिक घरेलू एवं कृषि उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा। साथ ही जीएसएस के निर्माण से 2.25 लाख यूनिट की निगम को सालाना बचत होगी।