30 Aug 2017
" कल उदयपुर में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का दिया भाषण राजस्थान के किसी भी नागरिक के गले नहीं उतर रहा । पिछले पौने चार साल में राज्य की भाजपा सरकार प्रदेश के विकास पर कुंडली मारकर बैठी रही। प्रश्न उठता है कि इन पौने चार साल में बाड़मेर में रिफाइनरी, बांसवाड़ा में रेल प्रोजेक्ट, हाड़ौती में परवन सिंचाई परियोजना, जयपुर मेट्रो द्वितीय चरण जैसे मेगा प्रोजेक्ट आगे क्यों नहीं बढ़े । प्रदेश में 15 लाख सरकारी नौकरियां देने के वादे का क्या हुआ । किसानों को फसलों के नुकसान का मुआवजा क्यों नहीं मिला । जब प्रधानमंत्री जी राज्य में 15 हजार करोड़ रूपये की योजनाओं के शिलान्यास व लोकार्पण की बात करते हैं तो प्रदेश की जनता को हैरानी होती है क्योंकि लोकार्पण उन योजनाओं का जो है जो पिछली कांग्रेस सरकार में तैयार हो गई थी, इस सरकार ने तो रोककर रखा और अब पौने चार साल बाद जो शिलान्यास कर रहे हैं, मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे जी कृपया यही बता दें कि पिछले चार बजट में जो घोषणाएं की उनमें से कितनी पूरी हुई । भाजपा ने विधानसभा चुनाव में अपने चुनाव घोषणा पत्र में प्रदेश की जनता से 611 चुनावी वादे किये थे, इनमें से 35 फीसदी भी नहीं निभाये । कुछ महीने पहले जोरशोर से प्रदेश में 40 हजार करोड़ रुपये की लागत से पूर्वी- दक्षिणी राजस्थान की नदियों के जल से वॉटर ग्रिड बनाने की घोषणा की थी, लगता है उसे भूल गए । जैसे कि इंदिरा गांधी नहर में दस हजार करोड़ रुपये लगाकर उसके कायाकल्प का वादा भूल गए । इनकी स्मार्ट सिटी के सपने का सच जनता जानती है, जयपुर गंदगी से सड़ रहा है और सड़कें टूटी हैं । इस सरकार का कोई विजन नहीं है, कोई संकल्प शक्ति नहीं है। प्रदेश की जनता अब इनसे भ्रमित नहीं होगी क्योंकि काठ की हांडी बार -बार नहीं चढ़ती । "