21 Jun 2020
सोमवार को कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूकता के लिए विशेष अभियान की शुरूआत निवास से प्रातः 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से करेंगे। "खुद के स्वास्थ्य का खुद ख्याल रखना ही कोरोना से बचने का मुख्य उपाय है", थीम के साथ संचालित इस अभियान का लक्ष्य है कि राजस्थान में कोरोना संक्रमण से रिकवरी की दर अधिक तेजी से बढे़ तथा मृत्यु दर निरंतर कम होते हुए नगण्य हो जाए। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के मूलमंत्र ‘सोशल डिस्टेंसिंग‘ और ‘भीड़-भाड़ से दूर रहने की भावना को अंगीकार करते हुए अभियान की वर्चुअल लॉन्चिंग करेंगे। प्रदेश के हरेक गांव-ढाणी और मोहल्ले तक आमजन को जागरूक करने के उद्देश्य से शुरू किए जा रहे इस दस दिवसीय अभियान की लॉन्चिंग के दौरान आम लोग प्रदेशभर की करीब 11 हजार 500 लोकेशन से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए संदेश सुन सकेंगे। जिला प्रभारी मंत्री, प्रभारी सचिव, जिला कलेक्टर एवं अन्य जिला स्तरीय अधिकारी जिलों में इस वर्चुअल लॉन्चिंग कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में कोरोना महामारी के संक्रमण से बचाव के लिए प्रदेश स्तर पर गठित कोर गु्रप एवं क्वारेंटीन समितियों के सदस्य, पुलिस एवं प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, ऊर्जा, जलदाय, कृषि एवं पशुपालन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी, उप खण्ड अधिकारी, बीडीओ, सरपंच, पटवारी, ग्राम सेवक, ग्राम पंचायत स्तरीय कोर कमेटी के सदस्य, मीडिया के प्रतिनिधि आदि भी वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जुड़ेंगे। उल्लेखनीय है कि राजस्थान देश का पहला राज्य है, जिसने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए आमजन को जागरूक करने के उद्देश्य से इतना व्यापक प्रचार-प्रसार अभियान प्रारम्भ किया है। जिसमें हर व्यक्ति को मास्क लगाने, दो गज दूरी रखने, बार-बार हाथ धोने, सार्वजनिक स्थान पर नहीं थूकने, कोरोना के लक्षण नजर आने पर तुरंत नजदीकी अस्पताल में जाकर जांच कराने एवं परामर्श लेने जैसी सावधानियां बरतने के लिए जागरूक किया जाएगा। जनप्रतिनिधियों, अधिकारी-कर्मचारियों, भामाशाहों, स्वयं सहायता समूहों, सामाजिक संगठनों सहित हर आमजन से इस अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाने की अपील है। राज्य सरकार की ओर से उठाए जा रहे कदमों एवं आमजन से मिले सहयोग के कारण ही आज राजस्थान में इस बीमारी से रिकवरी की दर देश में सबसे ज्यादा 77 प्रतिशत से अधिक है। प्रदेश में कोरोना से मृत्यु दर भी अन्य राज्यों की तुलना में काफी कम करीब 2.32 प्रतिशत है। जागरूकता अभियान का लक्ष्य संक्रमण से रिकवरी की दर को और तेजी से बढ़ाना तथा मृत्यु दर को कम करना है।