24 Dec 2019
सीएमओ में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में गृह विभाग एवं पुलिस के अधिकारियों को प्रदेश में संगठित रूप से चलाये जा रहे अपराधों में लिप्त माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाने और जिला स्तर पर विशेष टीमें गठित कर सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए। पुलिस एवं गृह विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट संदेश दिया कि सरकार किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं करेगी और अधिकारी काम करके दिखाएं। संगठित माफिया पर शिकंजा कसने के लिए स्पेशल ऑपरेशन गु्रप (एसओजी) एवं सीआईडी (सीबी) को सुदृढ़ करने के भी निर्देश दिए। माफिया के खिलाफ कार्रवाई के लिए विशेष टीमें गठित कर इन टीमों में शामिल पुलिस अधिकारियों एवं कॉस्टेबलों को अलग से प्रशिक्षण दिया जाये। बैठक में मौजूद अधिकारियों ने बताया कि जिला स्तर पर एसओजी की ईकाइयां गठित की जा रही हैं। हर ईकाई का प्रभारी एक इंस्पेक्टर स्तर का अधिकारी होगा। इसके अलावा सीआईडी क्राइम ब्रांच को भी मजबूत बनाया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि पूर्व में दिए गए निर्देशोें की अनुपालना में एसओजी में ‘स्पेशल फ्रॉड इन्वेस्टीगेशन यूनिट’ एवं ‘साइबर क्राइम इन्वेस्टीगेशन यूनिट’ का गठन किया जा चूका है। पुलिस महानिदेशक श्री भूपेन्द्र यादव ने बताया कि प्रदेश में भूमाफिया, बजरी माफिया, मानव तस्करी माफिया, मिलावटखोर माफिया, भर्ती एवं कोचिंग माफिया, नकली दवा सप्लाई माफिया, फर्जी बीमा गिरोह तथा सीमांत क्षेत्रों में पशुधन चोरी माफिया सक्रिय हैं। इसके अलावा सोशल मीडिया के माध्यम से ब्लैकमेल करने वाले और फर्जी मुकदमा दर्ज करवाकर ब्लैकमेल करने वाले गिरोह भी सक्रिय हैं। पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिए कि इस संबंध में विभिन्न रेंज के प्रभारी एडीजी, रेंज आईजी एवं जिलों के पुलिस अधीक्षकों के साथ बैठक एवं वीडियो कांफ्रेसिंग कर जमीनी स्तर पर कार्ययोजना बनाएं और प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करें। इसमें पुलिस अथवा अन्य किसी सरकारी विभाग के अधिकारी की संलिप्तता सामने आये तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाए। जरूरत पड़े तो निलंबन और बर्खास्तगी जैसे कदम भी उठाये जाएं। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) श्री राजीव स्वरूप, पुलिस महानिदेशक श्री भूपेन्द्र यादव, एडीजी (क्राइम) श्री बीएल सोनी, एडीजी (एसओजी) श्री अनिल पालीवाल उपस्थित थे।