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24 May 2020
बाहर से आने वाले प्रत्येक प्रवासी राजस्थानी और कामगारों का मेडिकल चेकअप के साथ उन्हें बेहतरीन क्वारंटाइन सुविधा देकर मनोचिकित्सकों द्वारा उनकी काउंसलिंग भी करवाई जा रही है, ताकि वे किसी भी तरह का तनाव महसूस ना करें। प्रदेश के अलग-अलग जिलों में करीब 10 लाख प्रवासी राजस्थानी और श्रमिक राज्य में आए हैं। इनमें से करीब 7.25 लाख लोगों को होम क्वारंटाइन में रखा गया है जबकि 10 हजार संस्थागत से ज्यादा क्वारंटाइन सेंटर्स में 35 हजार से ज्यादा लोगों को रखा जा रहा है। इन सभी सेंटर्स में खाने-पीने से लेकर सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।