20 Aug 2019
पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की जयंती ‘सद्भावना दिवस’ के अवसर पर प्रदेशवासियाें से अपील है कि वे शांति, प्रगति और खुशहाली के लिए एक-दूसरे के प्रति आस्था और प्रेम की भावना रखें। सद्भावना दिवस राष्ट्रीय प्रगति के लिए स्व. राजीव गांधी के जुनून की याद दिलाता है। पूर्व प्रधानमंत्री का मानना था कि देश की उन्नति, एकता और अखण्डता के लिए जरूरी है कि सभी लोग एक-दूसरे की भावनाओं तथा मान्यताओं का सम्मान करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को स्व. राजीव गांधी जैसे महान व्यक्तित्व से प्रेरणा लेनी चाहिए। स्व. राजीव गांधी की मानवतावादी सोच को आत्मसात करके ही भारत विश्व में सफलता के नए शिखर पर पहुंच सकता है। राजीव गांधी चाहते थे कि भारत एक विकसित और सभी मामलों में आत्मनिर्भर राष्ट्र बने। स्व. राजीव गांधी ने ही नए भारत के निर्माण की नींव रखी और इसके लिए उन्होंने अपने शासनकाल में अनेक सामाजिक सुधार और आर्थिक सुधार कार्य लागू किए। तत्कालीन प्रधानमंत्री ने 80 के दशक में ही टेक्नोलॉजी को मिशन बनाकर काम किया। उसी का परिणाम है कि भारत आज डिजिटल क्रांति के युग में दुनिया में अपना विशेष स्थान रखता है। भारत में मोबाइल फोन, इंटरनेट, कम्प्यूटर सभी स्व. राजीव गांधी की ही देन है। उन्होंने ही 18 साल के युवाओं को मतदान का अधिकार दिलाया। राजीव गांधी की सोच थी कि युवा सशक्त होेंगे तो राष्ट्र सशक्त होगा। राज्य सरकार ने पूरे सालभर उनकी जयंती को मनाने का निश्चय किया, ताकि युवा पीढ़ी उनके विचारों, उनकी सोच और उनके कार्यों को समझकर देश निर्माण में अपनी सक्रिय भागीदारी निभा सकें।