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20 Mar 2020
‘हर रोज बाबा विश्वनाथ मंदिर के पट हमारी शहनाई की आवाज सुनने के बाद खुलते हैं. जीवन में इससे ज्यादा और क्या चाहिए’-उस्ताद बिस्मिल्लाह खां भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खाँ की जयंती पर उन्हें मेरा नमन, संगीत के प्रति उनकी साधना अभूतपूर्व थी, भारतीय शास्त्रीय संगीत में उनका योगदान अमिट रहेगा।