18 Sep 2018
My letter to Chief Secretary, Government of #Rajasthan regarding misuse of govt machinery and public money by state BJP govt.. प्रिय श्री गुप्ता जी, इस पत्र के माध्यम से मैं आपका ध्यान प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा राजनीतिक उद्देश्यों की पूर्ती के लिए सरकारी पैसे एवं सरकारी मशीनरी के दुरूपयोग और भ्रष्टाचार के सम्बन्ध में आकृष्ट कर रहा हूँ। पहले जयपुर में लाभार्थी जनसंवाद के नाम से प्रधानमंत्रीजी का कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें राज्यपाल महोदय की उपस्थिति में बीजेपी की सभा आयोजित की गयी जबकि इस कार्यक्रम को सरकारी आयोजन के रूप में रखा गया था। इस कार्यक्रम के आयोजन में सरकारी मशीनरी का जमकर दुरूपयोग हुआ एवं आयोजन के संबंध में जिस तरीके से सरकारी आदेश निकाले गए, वे संदेह के दायरे में आते हैं। मुख्यमंत्री की गौरव यात्रा में पूरा पैसा सरकारी खजाने से खर्च किया गया और इसके लिए टैंट, माईक, प्रचार-प्रसार आदि के लिए सरकारी स्तर पर अलग-अलग आदेश निकाले गए। प्रदेशभर में एस.सी/एस.टी. के लाभार्थियों, सफाई कर्मचारियों को संवाद के नाम पर जयपुर बुलाया गया। इसी तरह नवचयनित शिक्षकों को बुलाकर जयपुर में शिक्षक दिवस समारोह आयोजित किया गया। अब पुलिस कॉनिस्टेबल को हैड कॉनिस्टेबल में पदोन्नति देकर उनको बुलाया जा रहा है। इसको तुरंत रोका जाना चाहिए। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के लाभान्वित परिवारों के लिए भामाशाह डिजिटल परिवार योजना लागू की गयी, जिसके अंतर्गत सरकारी खजाने से मोबाईल के लिए राशि उपलब्ध करवाई जा रही है। इन सभी कार्यों की न तो बजट में कोई घोषणा की गयी और न ही कोई बजट प्रावधान हुआ। आनन-फानन में आदेश निकाले गए। चुनावी लाभ लेने के लिए सरकारी पैसे एवं मशीनरी का इन कार्यक्रमों में भी भरपूर दुरूपयोग किया जा रहा है। माननीय उच्च न्यायालय के फैसले में व्यक्त की गयी भावनाओं के बावजूद भी सरकारी खर्च पर रोक के कोई आदेश जारी नहीं किये गए हैं। चुनाव जीतने के जो हथकंडे अपनाए जा रहे हैं, वे निंदनीय हैं। आपको विदित ही होगा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय मुख्य सचिव रहे श्री सी.के. मैथ्यू जब बजट घोषणाओं एवं राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) की मॉनीटरिंग कर रहे थे, तब उन पर सरकार का पक्ष लेने के गलत आरोप तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष के रूप में वर्तमान मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे द्वारा लगाए गए थे, जिस कारण दुर्भाग्य से उन्हें अवकाश पर जाना पड़ा था। मेरा आपसे आग्रह है कि राजनीतिक कार्यक्रमों में सरकारी पैसे एवं सरकारी मशीनरी के दुरूपयोग को आप द्वारा रोका जाना चाहिए। मैं उम्मीद करता हूँ कि राजहित में आप अपने कर्तव्यों का निर्वहन सजगता, निर्भीकता और सक्रियता के साथ करेंगे। शुभकामनाओं के साथ।