31 Aug 2018
मोदी सरकार और उनके मंत्री आत्ममुग्धता से बाहर आएं और आँखें खोलकर देखें हालात कितने ख़राब हैं, नोटबंदी एक ऐतिहासिक डिसास्टर साबित हो चुकी है, रूपये की कीमत 71 रूपये प्रति डॉलर पहुँच चुकी है, पेट्रोल डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं, महंगाई ने आम जन का जीना दूभर कर दिया है और मोदी सरकार के मंत्री अभी भी प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री के सशक्त होने का झूंठा दम्भ भर रहे हैं। सबसे बड़ी परेशानी वाली बात यह है सरकार असफलताओं को स्वीकार नहीं रही, खामियों को देख नहीं रही, आम जन की परेशानियों से उसे कोई सरोकार नहीं है, वास्तविकता को नज़रअंदाज कर मोदी सरकार अपनी पीठ थपथपा रही है जिससे स्थितियां बद से बदतर होती जा रही हैं।