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14 Jan 2020
कमरतोड़ महंगाई, जानलेवा बेरोजगारी और गिरती GDP ने 'आर्थिक आपातकाल' की स्थिति बना दी है। सब्ज़ी, दाल, खाने का तेल, रसोई गैस व खाद्य पदार्थों की महंगाई ने ग़रीब के मुँह का निवाला छीन लिया है। मोदी जी ने देशवासियों के घरेलू बजट के टुकड़े-टुकड़े कर दिये हैं।