01 Jul 2018
कामदार' और 'हार्डवर्क' वाली सरकार के राज में देश की अर्थव्यवस्था अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। भारतीय निर्यात 11.44 फीसदी पर है जो 2005 के बाद निम्नतम है वहीं आयात में बढ़ोतरी और निर्यात में आई कमी के कारण चालू खाते का घाटा वर्ष 2012-13 के बाद सबसे ऊंचे स्तर पर पहुँच गया है। विशेषज्ञ इसकी वजह नोटबंदी और जीएसटी मान रहे हैं। जहां डॉ मनमोहन सिंह के पीएम रहते देश की निर्यात दर 12 प्रतिशत से अधिक थी। वहीं पीएम मोदी जी के चार साल के कार्यकाल में देश की औसत निर्यात दर माइनस में चली गई है। देश की इकोनॉमी की सेहत बदहाल है। बैंकिंग सैक्टर की हालत खस्ता है, महंगाई बढ़ती जा रही है, रुपया निम्नतम स्तर तक पहुँच गया है, नोटबंदी और जीएसटी के कारण उद्योग धंधे तबाह हो चुके हैं लेकिन बड़े आश्चर्य की बात है आर्थिक मोर्चे पर पूरी तरह नाकाम सरकार आज जीएसटी का एक वर्ष पूरा होने को अपनी सफलता बता रही है! #FailedGST