30 Mar 2022
2019 में कोटा के जेके लोन अस्पताल में नवजात बच्चों की दुखद मृत्यु पर मीडिया में काफी चर्चा हुई थी। हमारी सरकार ने तभी स्थिति बदलने का निश्चय किया और आज मुझे संतुष्टि है कि कोटा का जेके लोन अस्पताल एक मॉडल अस्पताल बन चुका है। केंद्र सरकार से निरीक्षण पर आईं टीमों ने भी इस हॉस्पिटल की प्रशंसा की है। 2018 की तुलना में 2021 में इस अस्पताल नवजात शिशु विभाग में 60% एवं शिशु विभाग में 19% अधिक मरीज भर्ती हुए। इसके बावजूद इन दोनों विभागों में मृत्यु दर में लगभग 66% एवं 50% कमी हुई है। हमारी सरकार द्वारा पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं में किए गए सुधार से पिछले तीन साल में राजस्थान की शिशु मृत्यु दर (IMR) भी लगातार कम हुई है। 2017-18 में IMR 41 थी जो अब 30.4 पर आ गई है। इसे और कम करने के लिए आगे भी हम प्रयास जारी रखेंगे।