08 Aug 2020
सर्वाधिक खराब सड़कों की मरम्मत एवं उन्नयन के कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर किए जाएं। ऐसा सिस्टम तैयार किया जाए कि प्रतिवर्ष सर्वे कर उन सड़कों की सूची बने, जिनकी मरम्मत की तत्काल आवश्यकता हो और उन कार्यों को प्राथमिकता से लिया जा सके। सार्वजनिक निर्माण विभाग की समीक्षा बैठक को निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सम्बोधित किया। वीसी में सार्वजनिक निर्माण विभाग के सभी जिलों के मुख्य अभियंता, अति. मुख्य अभियंता एवं अधीक्षण अभियंता जुड़े रहे। अच्छी एवं गुणवत्तापूर्ण सड़कें बनें यह राज्य सरकार की प्राथमिकता में है। कोविड-19 संक्रमण के कारण प्रदेश के राजस्व संकलन में कमी जरूर आई है, लेकिन राज्य सरकार सड़क विकास के कार्यों में कोई कमी नहीं आने देगी। विभाग के अधिकारियों एवं अभियंताओं को सड़कों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। जिन सड़कों के कार्य अभी लम्बित चल रहे हैं, उन्हें पूरा करने पर भी ध्यान दिया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में बनने वाले विकास पथ में भी गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाए। कोविड-19 संक्रमण के दौरान विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने सराहनीय कार्य किया है। सार्वजनिक निर्माण विभाग के अभियंताओं ने भी मेहनत में कोई कमी नहीं रखी। धौलपुर, बारां, भरतपुर, दौसा एवं अन्य जिलों में वीसी के माध्यम से मुख्य अभियंताओं एवं अति. मुख्य अभियंताओं से बात की एवं सड़कों की प्रगति के बारे में जानकारी ली। उन्होंने बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन के भी निर्देश दिए। समीक्षा बैठक में सार्वजनिक निर्माण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती वीनू गुप्ता, मुख्य सचिव श्री राजीव स्वरूप, अति. मुख्य सचिव वित्त श्री निरंजन आर्य, सचिव सार्वजनिक निर्माण विभाग श्री चिन्हरी मीणा, मुख्य अभियंता एवं अतिरिक्त सचिव पीडब्ल्यूडी श्री संजीव माथुर, मुख्य अभियंता (राष्ट्रीय राजमार्ग) श्री डूंगर राम मेघवाल, मुख्य अभियंता (पीएमजीएसवाय) श्री सुबोध मलिक, अधीक्षण अभियंता (पथ) श्री मुनव्वर अली सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।