26 Dec 2019
राज्य सरकार पिछड़े एवं आदिवासी क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास के लिए हरसम्भव प्रयास कर रही है। इन क्षेत्रों के विकास में किसी तरह की कमी नहीं रखी जाएगी। प्रदेश के टीएसपी क्षेत्रों के योजनाबद्ध विकास के लिए सरकार विशेष ध्यान रख रही है। जीवन का एकमेव लक्ष्य जनता की सेवा करना है। निरन्तर समर्पित होकर काम करते रहेंगे। बांसवाड़ा जिले की बागीदौरा पंचायत समिति के झेर गांव के निकट एनिकट के शिलान्यास एवं आईटीआई भवन के उद्घाटन समारोह में उपस्थित जनसमुदाय को सम्बोधित किया। सरकार ने आदिवासी क्षेत्रों में बुनियादी सुख-सुविधाओं के विकास, विस्तार तथा आदिवासियों के उत्थान के काम को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। आदिवासी क्षेत्रों में युवाओं का भविष्य संवारने के लिए इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज के साथ ही शैक्षिक संस्थाओं का विस्तार किया है। ग्रामीण अपने बच्चों खासकर बालिकाओें को पढ़ाएं-लिखाएं और उन्हें आत्मनिर्भर बनाएं। शिक्षा के क्षेत्र में सरकार कोई कमी नहीं रखेगी। जहाँ जरूरत होगी, वहां स्कूल खोले जाएंगे। आदिवासी क्षेत्रों में एनिकट्स बनाकर सिंचाई सुविधाओं के विस्तार के साथ ही आवागमन और यातायात सुगम बनाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में सेतुओं का निर्माण किया गया है। इससे ग्रामीणों को विभिन्न क्षेत्रों में आने-जाने में सहूलियत हुई है। युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में आईटी क्षेत्र की भूमिका महत्वपूर्ण है। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की बदौलत आज देश का युवा वर्ग आईटी से जुड़कर बेहतर भविष्य की ओर बढ़ रहा है। युवाओं को चाहिए कि इस क्षेत्र में चल रही योजनाओं का लाभ लेंं और सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान में भागीदारी निभाएं। ’पहला सुख-निरोगी काया’ के मूल मंत्र को साकार करने के लिए राज्य सरकार ने ’निरोगी राजस्थान’ अभियान की शुरूआत की है, ताकि प्रदेशवासी स्वस्थ, सुखी एवं समृद्ध होकर प्रदेश के विकास में अपनी भागीदारी निभा सकें। सभी लोगों से निरोगी राजस्थान अभियान से जुड़ने का आह्वान है।