09 May 2020
राजस्थान सरकार का संकल्प और प्रयास है कि दुनिया के अलग-अलग देशों में रह रहे प्रवासी राजस्थानियों का अपनी माटी के साथ जुड़ाव बना रहे। इस उद्देश्य के लिए 20 वर्ष पहले राजस्थान फाउण्डेशन का गठन किया गया था और सरकार इसके माध्यम से प्रवासियों के साथ बॉन्डिंग को मजबूत बना रही है। वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रवासी राजस्थानियों के साथ संवाद के दौरान कहा कि विदेश में रहने वालों का अपने प्रांत के साथ अपनापन बढ़ाने में राजस्थानी भाषा का बड़ा योगदान है। राज्य सरकार राजस्थानी भाषा के विकास और उसको मान्यता दिलाने के लिए कृत-संकल्प है। महामारी जैसी वैश्विक आपदाएं पहले भी आई हैं, लेकिन कोरोना सक्रमंण ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है। मानवता पर इस संकट के दौरान विदेशों में रहने वाले राजस्थानियों ने अपने प्रदेश और देश के लोगों की भरपूर मदद की है। वे सब साधुवाद के पात्र हैं। प्रवासियों को विश्वास दिलाया कि राजस्थान में रहने वाले उनके परिजनों को महामारी में किसी तरह की परेशानी होती है तो वे राज्य सरकार को जिस भी स्तर पर सूचित करेंगे, उनकी तुरंत मदद की जाएगी। कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिए केन्द्र और राज्य सरकारों द्वारा किये गये प्रयासों की जानकारी देते हुए कहा कि भारत में अन्य देशों के मुकाबले तुलनात्मक रूप से बेहतर काम हुआ है। इसी कारण देश में संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में है। देश के अन्य राज्यों के मुकाबले राजस्थान में समय रहते कई उपाय किये गये, जिसके चलते यहां संक्रमण की दर कम तथा रिकवरी प्रतिशत अधिक है। दुनिया के 50 देशों में 90 से अधिक जगहों पर रह रहे प्रवासी राजस्थानियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सवांद किया। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिए किये जा रहे प्रयासों की सराहना की और इस लड़ाई में राज्य सरकार के माध्यम से प्रदेशवासियों की मदद की पेशकश भी की। उन्होंने फंसे हुए गरीब मजदूरों की आर्थिक मदद करने, उनको विदेशों में रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्रशिक्षित करने, प्रदेश में शिक्षा तथा गांवों के विकास में सहयोग जैसे प्रस्ताव भी दिये। कॉफ्रेंस के दौरान कई प्रवासी उद्यमियों ने कोरोना संकट एवं लॉकडाउन के बाद प्रदेश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए भी महत्वपूर्ण सुझाव दिये। उन्होंने युवाओं के लिए कौशल विकास, राजस्थानी संस्कृति और खान-पान की विदेशों में ब्रान्डिंग एवं पैकेजिंग, नये उद्यमियों को तकनीकी दक्षता उपलब्ध कराने में मदद के प्रस्ताव दिये। साथ ही, विभिन्न देशों में गठित प्रवासी राजस्थानियों के संगठनों एवं औद्योगिक फोरम आदि के माध्यम से मुख्यमंत्री, मंत्रियों तथा राज्य सरकार के अन्य प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों को अपने यहां आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि विश्व के बदले हुए आर्थिक हालात में विभिन्न देशों के निवेशकों के साथ बैठक कर राजस्थान में निवेश के लिए प्रस्ताव दिये जा सकते हैं।