12 Sep 2020
यशस्वी मुख्यमंत्री श्री अशोक जी गहलोत के मुख्य आतिथ्य में उच्च शिक्षा विभाग द्वारा 62 करोड़ 5 लाख 82 हजार रुपये की लागत से नवनिर्मित दस भवनों का डिजिटल लोकार्पण हुआ। इस गरिमामय कार्यक्रम में माननीय मंत्रियों, सांसदों, विधायकों व जनप्रतिनिधियों, भामाशाहों, मुख्य सचिव, मुख्यमंत्री कार्यालय व उच्च शिक्षा के अधिकारियों, कॉलेज प्राचार्यों, प्राध्यापकों व विद्यार्थियों की भागीदारी रही। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुए मैंने बताया कि पिछले डेढ़ साल में माननीय मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में राज्य में ग्रामीण व बालिका शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयां तय की हैं और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अनेक उल्लेखनीय कार्य किए गए हैं। इस दौरान राज्य में 3 विश्वविद्यालय, 87 राजकीय महाविद्यालय, 12 राजकीय महाविद्यालयों का स्नातक से स्नातकोत्तर में क्रमोन्नयन, 13 राजकीय महाविद्यालयों में नवीन संकाय, स्नातक स्तर पर 17 तथा स्नातकोत्तर स्तर पर 19 नवीन विषय खोलकर आरंभ कर दिए गए हैं। उच्च शिक्षा विभाग की आगामी कार्य योजना में ऑनलाइन टीचिंग-लर्निंग, इंफ्रास्ट्रक्चरल डेवेलपमेंट, क्वालिटी एंड एम्प्लॉयमेंट ओरिएंटेड एज्युकेशन आदि पर विशेष फोकस किया जायेगा। राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों द्वारा माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय की पालना, यू जी सी गाइडलाइन्स और विद्यार्थियों के व्यापक हित व अकादमिक भविष्य को ध्यान में रखते हुए स्नातक व स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष/सेमेस्टर की परीक्षाओं का आयोजन करवाया जा रहा है। राज्य सरकार ने विद्यार्थियों व अभिभावकों के स्वास्थ्य को देखते हुए हेल्थ प्रोटोकॉल की पालना सुनिश्चित करने के लिए विश्वविद्यालयों को दिशा-निर्देश दिये हैं। साथ ही, विद्यार्थियों की सहूलियत को दृष्टिगत रखते हुए परीक्षा अवधि डेढ़ से दो घंटे और उसी अनुपात में प्रश्न हल करने के लिए आदेशित किया है। लोकार्पित भवनों की सूची निम्नानुसार है:- 1. राजकीय विधि महाविद्यालय, नागौर; 2. राजकीय महाविद्यालय, टोडारायसिंह (टोंक); 3. राजकीय महाविद्यालय, पिड़ावा (झालावाड़); 4. राजकीय महाविद्यालय, मनोहरथाना (झालावाड़); 5. राजकीय महाविद्यालय, चौमहला (झालावाड़); 6. राजकीय महाविद्यालय, बिजौलिया (भीलवाड़ा); 7. राजकीय महाविद्यालय, खंडार (सवाई माधोपुर); 8. श्री राधेश्याम आर मोरारका राजकीय महाविद्यालय, नवलगढ़ (झुंझुनू) 9. राजकीय महाविद्यालय, रेवदर (सिरोही),और 10. राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान