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05 Jun 2019
मेवाड़ की धरती वीरों की धरती रही है, इस धरा पर कई महापुरुषों के जन्म एवं उनके दिये बलिदान आज भी चिरस्मरणीय हैं। मेवाड़ के सपूत, वीर शिरोमणी महाराणा प्रताप का सम्पूर्ण जीवन ही अनुकरणीय है। त्याग, तपस्या, स्वतंत्रता के पुजारी महाराणा प्रताप स्वाभिमान की प्रतिमूर्ति थे। मेवाड़ के सपूत महाराणा प्रताप की जयंती पर कोटि-कोटि नमन। उनके त्याग और संघर्ष की लिखी स्वर्णिम गाथा आने वाली पीढी को भी प्रेरित करती रहेगी। युवा पीढ़ी प्रताप के बताये मार्ग एवं आदर्शो पर चलकर बेहतर भविष्य निर्माण के साथ समाज निर्माण में सहयोगी बने।