19 Dec 2019
#शाही_इमाम_my_Foot तेरे नाम अहमद बुखारी के साथ शाही इमाम जा ताल्लुक़ उतना ही है जितना गुलाब जामुन से गुलाब ओर जामुन का। जिसने भी तेरा नाम बुखारी रखा था ना बेटे, उसने बोहोत सोच समझ के रखा था, ऐसे करिये बेटे जाकर बुखारी में ही घुस जाइये, अभी वक़्त ए इंक़लाब है, जब तलवे चाटने का आएगा तब बाहर आ जाईयेगा । साले दाढ़ी ओर टोपी लगा लगा के आ जाएंगे और बुज़दिली का पाठ पढ़ा जाएंगे, अबे अगर वो बादशाह होते ना जिन्होंने शाही लफ्ज़ दिया था तो तेरे ऐसे बुज़दिली भरे बयान पर चूतडो की खाल उधेड़ देते, बोहोत हो गई तुम जैसे फ़र्ज़ी ओर बुज़दिल दाढ़ी टोपी वालो की इज़्ज़त, अब इज़्ज़त चाहिए तो हिम्मत दिखाना पड़ेगी ! साले बुज़दिली को हिकमत के अमली के रैपर में लपेट के खिलाये जा रहे हैं और पूरी नस्ल को बुज़दिल कर दिया हिकमत के अमली की अफीम से