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21 Aug 2020
हाल ही में हुई कृषि, सहकारिता एवं अन्य विभागों की समीक्षा बैठक में प्रदेश की 1,000 नई ग्राम सेवा एवं क्रय-विक्रय सहकारी समितियों को इसी वर्ष निजी गौण मण्डी का दर्जा देने के निर्णय के प्रस्ताव को स्वीकृति दी है। ये मण्डियां पूर्व में घोषित 550 निजी गौण मण्डियों के अतिरिक्त हैं। साथ ही, शेष रही सहकारी समितियों को भी आगामी वर्षों में चरणबद्ध रूप से गौण मण्डी का दर्जा दिया जाएगा। इससे दूरस्थ गांवों में भी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद हो सकेगी।